पतझड़
मंगलवार, 26 नवंबर 2013
ऐ मेरे मौला ....
ऐ
मेरे
मौला
.....
कहाँ
सोया
है
तू
....
मुझे
भी
दे
ऐसी
नींद
कि
उठ
न
पा
उँ
किसी
की
पुकार
पर
/
जाग
मेरे
मौला
.....
थक
चुका
मैं
...
उठ
अब
फरियाद
सुन
...
मुझे
भी
दे
ऐसी
नींद
कि
उठ
न
पा
उँ
किसी
की
पुकार
पर
/
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