सदी का सबसे बड़ा कवि चिंतित था
किसानों के लिए , आदिवासियों के लिए
दलितों के लिए , स्त्रियों के लिए /
वह सोचता
किसानों , आदिवासियों , दलितों और स्त्रियों के बिना
यह पृथ्वी कैसी होगी ?
पृथ्वी का काम कैसे चलेगा इनके बिना /
फिर धीरे - धीरे वह एक ऐसी
दुनिया में दाखिल हो जाता
जहाँ जंगल में दुनिया भर के
जुगनू अपनी रौशनी में
नहा रहे होतें /
किसानों के लिए , आदिवासियों के लिए
दलितों के लिए , स्त्रियों के लिए /
वह सोचता
किसानों , आदिवासियों , दलितों और स्त्रियों के बिना
यह पृथ्वी कैसी होगी ?
पृथ्वी का काम कैसे चलेगा इनके बिना /
फिर धीरे - धीरे वह एक ऐसी
दुनिया में दाखिल हो जाता
जहाँ जंगल में दुनिया भर के
जुगनू अपनी रौशनी में
नहा रहे होतें /
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