किसी राज्य में पंडित वेद शर्मा नामक विद्वान रहते थे / उनकी विद्या की ख्याति दूर -दूर तक फैली थी /उनके पास राजा वितंडवाहंन के पाँच राजकुमार विद्या प्राप्त करते थे / राजकुमारों की शिक्षा जब समाप्त हुई , तब गुरु ने कहा - " शिष्यों , अब मैं तुम्हारी परीक्षा लूँगा /"
पाँचों राजकुमारों को बिठाकर गुरु ने प्रश्न- पत्र दे दिया / वे उत्तर लिखने लगें / गुरु बारी-बारी से हर राजकुमार के पास जाकर देख रहे थे/ चार कुमारों को देखकर जब वे पाँचवे के पास पहुँचें तो देखा कि वह कुंजी में से नकल कर रहा है /
गुरु ने कहा - '' वत्स, यह कुंजी तूने कहाँ से प्राप्त की ?"
कुमार ने कहा - " गुरुदेव, इसे मैं आपकी टेबल पर से उठा लाया था /"
यह सुनकर गुरु बहुत प्रसन्न हुए और उसे प्रथम घोषित कर दिया /
--------- हरिशंकर परसाई
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