आखिरकार बाबा रामदेव को सरकार ने गच्चा दे ही दिया / यह होना शत प्रतिशत तय था / पर हैरानी वाली बात यह है कि सरकार आगे इस मामले में जिस तरीके से आगे बढ़ रही थी अचानक उसने अपनी नीति में बदलाव क्यों कर लिया ? कल तक सरकार ने बाबा की आवाभगत की/ अपने मंत्रिओं को भेजकर बाबा को मनाने की
कोशिश की और अचानक बाबा पर लाठिया बरसाने का फैसला कर लिया ? बाबा को रामलीला के मैदान से हटाकर हरिद्वार भेज दिया गया / कल जिस तरीके से बाबा रामदेव के साथ सरकार ने बर्ताव किया है वह किसी भी तरीके से जायज नहीं है / आधी रात को पुलिस जिस तरीके से सत्याग्रहियों और बाबा रामदेव पर टूटी है उसकी जितनी निंदा की जाये वह कम है /
क्या सरकार इस मसले को दूसरे तरीके से हल नहीं कर सकती थी / मुझे लगता है कि सरकार ने इस मसले को दमन के जरिए जिस तरीके से दबाने की कोशिश की है उससे बाबा रामदेव को दुनिया भर के लोगो का समर्थन ही मिला / सरकार का यह कदम एक गलत फैसला है / उसने इस मुद्दे को हवा दे दी है / अब देखिए यह हवा आंधी बनती है या इसकी हवा निकाल दे जाती है /
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