गुरुवार, 6 फ़रवरी 2014

मेरी बेटी .....




मेरी छोटी - सी गुड़िया 
तुझे मेरा ढेर - सारा प्यार 
और एक गुज़ारिश 
अगले जनम 
मेरी गोद में खिलना ...../

इस जनम ....
अपनी माँ को 
हो सके तो माफ़ करना ....
तेरी माँ हार गई है 
अपने प्रेम में .../
अपने -पराए 
मानसम्मान 
की लाज में 
मेरी बेटी .
तेरी माँ हार गई है /


तेरे लिए फिर मैं  उंगी 
धारण  करूँगी 
जल , आकाश और धरती 
ताकि दे सकूँ तुझे  मैं 
नया प्राण , नया जीवन
और एक प्यारी - सी हँसी  /

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