कल करवा चौथ का व्रत स्त्रियों ने बड़े धूम धाम से मनाया यह व्रत हमारी संस्कृति की उस ताकत को दर्शाता है जहाँ औरते अपने पति को परमेश्वर मानकर पूजती हैं. अपने पति और अपने घर के लिये औरते उपवास और व्रत रखती हैं. पर इन औरतो के लिये न तो हमारा पुरुष समाज कोई व्रत रखता है और न ही इसका कोई प्रमाण मिलता है . मुझे लगता है पुरुषो की तुलना में औरते संस्कृति को ज्यादा जीती हैं तथा उसको बचाय भी रखती हैं.
हा, यह अवशय है की आजकल कुछ पुरुष भी यह व्रत रखते हैं और यह अच्छा भी है क्यों की आखिरकार यह व्रत पति-पत्नी के बीच के प्रेम का ही व्रत है. अपने पति को सात जन्मो तक पाने के संकल्प का व्रत है.दांपत्य प्रेम को मजबूत करने के लिये समर्पित इस व्रत को करने वाली औरतो को सलाम
sanskriti kishi tarah aaj ke es sankat bhari jiwan me kisi ke dwara bache wah es desh ka soubhagya hai aadmi aaj apna astitwa bachane me asamartha hai na jane kab darwaje banda ho jaye kab sab begane ho jaye kab vishwamitra pratigynwo ke liye banarash me dom bana de dhanya ho hamsabhi aur apna desh aur apni sanskriti
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