tag:blogger.com,1999:blog-8232473876020934421.post4421984236302077356..comments2023-08-03T03:40:54.921-07:00Comments on पतझड़: हमने प्रेम किया थाUnknownnoreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-8232473876020934421.post-16945845327286077112012-07-07T20:47:26.895-07:002012-07-07T20:47:26.895-07:00प्रेम में निरंतर अकेले हो जाना
ही तो हमारे प्रेम ...प्रेम में निरंतर अकेले हो जाना <br />ही तो हमारे प्रेम की उपलब्धि थी/ <br />एकांत का बीहड़पन ही तो <br />हमने पाया था अपने प्रेम में <br />जिसमें हम ताउम्र भटकते रहे <br />हमने प्रेम किया था ......<br /><br />बहुत सुंदर। मेर नए पोस्ट "अतीत से वर्तमान तक का सफर" पर आपका इंतजार रहेगा। आशा है आप निराश नही करेंगी। धन्यवाद।प्रेम सरोवरhttps://www.blogger.com/profile/17150324912108117630noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8232473876020934421.post-39611692916322772242012-05-31T09:54:21.782-07:002012-05-31T09:54:21.782-07:00प्रेम में निरंतर अकेले हो जाना
ही तो हमारे प्रेम ...प्रेम में निरंतर अकेले हो जाना <br />ही तो हमारे प्रेम की उपलब्धि थी/ <br />एकांत का बीहड़पन ही तो <br />हमने पाया था अपने प्रेम में <br />जिसमें हम ताउम्र भटकते रहे <br />हमने प्रेम किया था ...... <br /><br />आपकी भाव-प्रवण कविता बहुत ही अच्छी लगी । मेरे पोस्ट "बिहार की स्थापना के 100 वर्ष" पर आपका इंतजार रहेगा । धन्यवाद ।प्रेम सरोवरhttps://www.blogger.com/profile/17150324912108117630noreply@blogger.com